अर्थशास्त्र
अर्थशास्त्र सामाजिकविज्ञान की वह शाखा है, जिसके अन्तर्गतवस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, वितरण, विनिमय और उपभोग का अध्ययन किया जाता है |अर्थशास्त्र शब्द संस्कृत शब्दों के अर्थ (धन) और शास्त्र की संधि से बना है,जिसका शाब्दिक अर्थ है- धन का अध्ययन।
किसी विषय के सम्बन्ध मेंमनुष्यों के कार्यों की क्रमबध्द ज्ञान को उस विषय का शास्त्र कहते हैं | इसलिए अर्थशास्त्र में मनुष्यों के अर्थसम्बन्धी कार्यो का क्रमबध्द ज्ञान होना आवश्यक है, अर्थशास्त्र का प्रयोग यह समझनेके लिए भी किया जाता है की अर्थशास्त्र किस तरह से कार्य करता है और समाज में विभिन्न वर्गों का आर्थिक सम्बन्धकैसा है | अर्थशास्त्रीय विवेचना का प्रयोग समाज से सम्बंधित विभिन्न क्षेत्रोंमें किया जाता है, जैसे – अपराध, शिक्षा, परिवार, स्वास्थ्य, कानून, रजनीति, धर्म,सामाजिक संस्थान और युद्ध इत्यादि |
इस महाविद्यालय में 2014 से अर्थशास्त्र विषय का संचालन किया जा रहा है| जो B.A. – I, B.A. – II, B.A. – III 3 कक्षा में अर्थशास्त्र विषय का अध्यापन होताआ रहा है |
B.A. – I :- भाग 1 – MICRO ECONOMICS
भाग 2 – INDIAN ECONOMICS
B.A. – II :- भाग 1 – MACRO ECONOMICS
भाग 2 – MONEY BANKING AND PUBLIC FINANCE
B.A. – III :- भाग 1 – DEVELOPMENT AND ENVIRONMENTAL ECONOMICS
भाग 2 – STATISTICAL
METHODS